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Friday, January 21, 2011

कुछ इस तरह से प्यार करता हूँ...(I love her....)




मैं उसे कुछ इस तरह से प्यार करता हूँ..
हर घडी उस प्यार को इंकार करता हूँ...

है उसे ये ही शिकायत कि बेवफा हूँ मैं...
पर मैं उस से वफ़ा बे-शुमार करता हूँ..

उसकी करीबी से कभी यूँ डर भी लगता है...
साथ उसके खुद को ही दीवार करता हूँ..

आंसू के मोती को हंसी के तार पर जड़ 
भाव के फूलों से मैं श्रृंगार करता हूँ..

आएगा वो फिर कभी तो रूठकर खुद से  
यूँ अपने हर अफ़सोस को लाचार करता हूँ..

एक दफा मैंने कहा था प्यार है तुमसे..
वो कह गया मैं 'भाव का व्यापार' करता हूँ

-अमित तिवारी
समाचार संपादक 
निर्माण संवाद

12 comments:

  1. gud one once again....
    keep it up...saagar babu..

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  2. उसकी करीबी से कभी यूँ डर भी लगता है...
    साथ उसके खुद को ही दीवार करता हूँ..

    आंसू के मोती को हंसी के तार पर जड़
    भाव के फूलों से मैं श्रृंगार करता हूँ..
    ..

    वाह अमित... बहुत सुन्‍दर... गहरे भाव लिए हुए है।
    ऐसे ही लिखते रहो..

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  3. मैं उसे कुछ इस तरह से प्यार करता हूँ..
    हर घडी उस प्यार को इंकार करता हूँ

    प्यार का एक अलक अंदाज़.बहुत सुन्दर .

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  4. @ Bitti- बूंदे जब तक हैं... सागर बहता ही रहेगा..
    @ Nidhi- धन्यवाद निधि ..
    @ Kailash ji - इस हौसला अफजाई के लिए आपका आभार कैलाश जी.

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  5. बहुत सुंदर रचना..
    शब्द चयन बहुत खूब करते है आप...

    "आंसू के मोती को हंसी के तार पर जड़
    भाव के फूलों से मैं श्रृंगार करता हूँ.."

    बहुत अच्छी रचना है....

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  6. bahut badhiya ...kis se dhoka khaye ho,aur ye ghajal pharmaye ho....

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  7. प्यार का एक अलग अंदाज़| बहुत सुन्दर|

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  8. This comment has been removed by the author.

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  9. waah waah..........waah ji waah....

    amit babu.jitna kaha jaaye utna hi kam hoga.....bahut badhia....
    lage raho aise hi
    :-)

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  10. बहुत सुन्‍दर... गहरे भाव लिए हुए है।

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  11. एक दफा मैंने कहा था प्यार है तुमसे..
    वो कह गया मैं 'भाव का व्यापार' करता हूँ

    आदरणीय Amit Tiwari जी
    आपकी इस गजल में प्यार को एक नए अंदाज में अभिव्यक्त किया है ...आपका बात कहने का अंदाज बहुत जुदा है ...वैसे तो मैंने एक ही शेर चुना है ..लेकिन इस गजल का हर शेर ही नहीं बल्कि हर शब्द बहुत अर्थपूर्ण है ...आप यूँ ही लिखते रहें ...शुभकामनाओं सहित

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  12. @अंकित सादर धन्यवाद आपका..
    @मनीषा कुछ कह भी दिया करो.. कम ज्यादा तो बाद में देख लिया जायेगा.. :-)
    @संजय जी हार्दिक धन्यवाद...
    @केवल जी.. इस उत्साहवर्द्धन के लिए धन्यवाद.

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