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Friday, July 25, 2014

नहीं मंजूर है तुझे खोना (never like to miss you)



तेरा चेहरा, तेरी आंखें
तेरे होठों की चहक।
तेरा हंसना तेरा गाना
तेरे कंगने की खनक।।

तेरे पैरों की महावर
तेरे बिछुए तेरी पायल।
तेरे बालों का वो गजरा
तेरी मेंहदी से दिल घायल।।

तेरे फूलों से लब खिलना
तेरे छूने की वो नरमी।
दुखों के सर्द मौसम में
तेरी सांसों की वो गरमी।।

तेरी बातें तेरा हंसना
तेरा दिखना तेरा होना।
मुझे मंजूर है सब कुछ
नहीं मंजूर है खोना।।

- अमित तिवारी
सीनियर सब-एडिटर
दैनिक जागरण

7 comments:

  1. भावो को खुबसूरत शब्द दिए है अपने....

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  2. वाह क्या बात है. बहुत ही खूबसूरत रचना

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  3. @शास्‍त्री जी आपका आभार...
    @सुषमा जी भावों की खूबसूरती को समझने के लिए धन्‍यवाद...
    @आशीष भाई आपका बहुत बहुत आभार...
    @रेवा जी धन्‍यवाद...
    @शशिकला सखी... शुक्रिया...
    @स्मिता जी आपका हार्दिक धन्‍यवाद...

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  4. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।

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  5. प्यार का कितना सुंदर इज़हार।

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